पुण्यदान का समास क्या होगा
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Answer:
पुण्यदान में तत्पुरूष समास है।
Explanation:
Tatpurush Samas Ki Paribhasha – समास का वह रूप जिसमें द्वितीय पद या उत्तर पद प्रधान हो उसे तत्पुरुष समास कहते हैं। तत्पुरुष समास में प्रथम पद संज्ञा या विशेषण होता है और लिंग-वचन का निर्धारण अंतिम या द्वितीय पद के अनुसार होता है। तत्पुरुष समास में पूर्व पद एवं पर पद के मध्य कारक चिन्हों का लोप होता है और जब सामासिक पद का समास-विग्रह किया जाता है, तो कर्ता कारक एवं सम्बोधन कारक को छोड़कर शेष कारकों के कारक चिन्हों का प्रयोग किया जाता है।
जैसे: गंगा जल लाओ। इस वाक्य को सुनकर, सुनने वाला ‘गंगा’ को नहीं ला सकता, बल्कि केवल ‘जल’ लेकर आएगा। अतः गंगाजल सामासिक पद में प्रथम पद ‘गंगा’ प्रधान न होकर द्वितीय पद ‘जल’ प्रधान है, इसलिए यहाँ तत्पुरुष समास होगा।
तत्पुरुष समास के भेद (Tatpurush Samas ke Bhed)
मूल व्याकरण, संस्कृत व्याकरण, के अनुसार तत्पुरुष समास के दो भेद होते हैं- व्याधिकरण समास और समानाधिकरण समास।
व्याधिकरण तत्पुरुष समास
समानाधिकरण तत्पुरुष समास
व्याधिकरण तत्पुरुष समास (Vyadhikaran Tatpurush Samas)
तत्पुरुष समास का वह रूप जिसमें समास-विग्रह करते समय पुर्व एवं पर पद में भिन्न-भिन्न विभक्तियों का प्रयोग किया जाता है उसे व्याधिकरण तत्पुरुष समास कहते हैं। मुल तत्पुरुष समास ही व्याधिकरण तत्पुरुष समास होता है।
व्याधिकरण तत्पुरुष समास के भेद (Vyadhikaran Tatpurush Samas Ke Bhed)
व्याधिकरण समास में अलग-अलग कारक चिन्हों का लोप होता है, इसी आधार पर व्याधिकरण समास के छः भेद होते हैं। व्याधिकरण समास के सभी छ: भेद कारकों के अनुसार तय किए गए हैं, जिनमें कर्ता कारक और सम्बोधन कारक को शामिल नहीं किया गया है।
कर्म तत्पुरुष समास – Karam Tatpurush
करण तत्पुरुष समास – Karan Tatpurush
सम्प्रदान तत्पुरुष समास – Sampradan Tatpurush
अपादान तत्पुरुष समास – Apadan Tatpurush
सम्बंध तत्पुरुष समास – Sambandh Tatpurush
अधिकरण तत्पुरुष समास – Adhikaran Tatpurush
कर्म तत्पुरुष समास (Karam Tatpurush Samas)
जिस तत्पुरुष समास में कर्म कारक के कारक चिन्ह (को) का लोप हुआ हो उसे कर्म तत्पुरुष समास कहते हैं.
कर्म तत्पुरुष समास के उदाहरण (Karam Tatpurush Samas Ke Udaharan)
कृष्णार्पण = कृष्ण को अर्पण
नेत्र सुखद = नेत्रों को सुखद
वन-गमन = वन को गमन
चिड़ीमार = चिड़ी को मारने वाला
कठफोड़ा = काठ को फ़ोड़नेवाला
प्राप्तोदक = उदक को प्राप्त हुआ
हस्तगत = हस्त को गया हुआ
जेबकतरा = जेब को कतरने वाला
नरभक्षी = नरों का भोजन करने वाला
गगनचुम्बी = गगन को चूमने वाला
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