पुनर्जागरण का केन्द्र इटली ही क्यों बना?
Answers
Answered by
3
इटली के यूरोप में पुनर्जागरण का केंद्र बनने के कई कारण थे, जिनका विवेचन प्रस्तुत है...
- इटली उस समय पूरे यूरोप में विदेशी व्यापार का प्रमुख केंद्र था और वहां के समृद्ध मध्यमवर्ग पर कोई धार्मिक नियंत्रण नहीं था और इस समृद्ध मध्यमवर्ग ने कट्टर धार्मिक नियंत्रण स्वयं को पूरी तरह मुक्त रखा।
- वेनिस, मिलान, फ्लोरेंस, नेपल्य जैसे इटली में अत्यंत समृद्ध नगर थे। इन नगरों में उच्च कोटि के रहनस-सहन से युक्त लोग रहते थे। उनके इस उच्च कोटि के रहन-सहन ने शेष यूरोप वासियों को बेहद प्रभावित किया और इस कारण उनके मन में पुनर्जागरण का भाव संचारित हुआ।
- एशिया के लोगों की सभ्यता और संस्कृति का प्रभाव इटली के व्यापारी वर्ग पर भी पड़ा और उनमें पुनर्जागरण की भावना का विकास हुआ।
- कुतुन्तिया पर तुर्की ने अधिकार कर लिया था इस कारण कुतुन्तिया के सारे यूनानी कलाकार और विद्वान आदि इटली में आकर बस गए। वेअपने साथ अनमोल साहित्य का विपुल भंडार लेकर आए थे। इस अतुलनीय साहित्य को पढ़कर यूरोप के लोगों में जन जागरण की भावना जगी।
इस तरह इटली यूरोप में पुनर्जागरण का केंद्र बिंदु बना।
Similar questions
Math,
6 months ago
English,
6 months ago
Math,
6 months ago
History,
1 year ago
Environmental Sciences,
1 year ago
Social Sciences,
1 year ago
Social Sciences,
1 year ago