Hindi, asked by riya582997, 10 months ago

‘प्रेम या अहिंसा में ही भगवान है। इस कथन के पक्ष और विपक्ष में अपने विचार प्रकार​

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Answered by bhatiamona
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‘प्रेम या अहिंसा में ही भगवान है। इस कथन के पक्ष और विपक्ष में अपने विचार प्रकार​

इस कथन के पक्ष में विचार :

‘प्रेम या अहिंसा में ही भगवान है। यह सत्य है भगवान हम कण-कण में है | जिस जगह में व्यक्ति प्रेम और अहिंसा के साथ रहते है वहाँ पर भगवान निवास करते है | जहाँ खुशियाँ होती है वहाँ पर भगवान होते है | भगवान को पाने का एक मात्र रास्ता है , प्रेम और अहिंसा के साथ रहना | भगवान को पाने के लिए तरह-तरह के उपाय करना व्यर्थ है | भगवान मनुष्य के अंदर ही वास करते है |

इस कथन के विपक्ष में विचार :

इस कथन में मेरे विचार में जहाँ प्रेम और हिंसा होती है , वहाँ पर भगवान वास नहीं करते है | जहाँ पर लोग आपस में मिलकर नहीं रहते है , आपस में प्रेम भाव नहीं रखते है वहाँ पर भगवान नहीं होते है |

Answered by ajeetsingh420964
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Answer:

Hi Ian Varina from clss13456789

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