"प्रेमचंद के फटे जूते" हरिशंकर परसाई द्वारा रचित व्यंग्य रचना को पढ़कर समझकार लेखक के विचारों और प्रस्तुत किए गए उदाहरणों को एकत्र कर उन पर अपने विचार लिखे कि वे उचित कह रहे है या नहीं ।
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प्रेमचंद के फटे जूते
हरिशंकर परसाई
NCERT Solution
Question 1: हरिशंकर परसाई ने प्रेमचंद का जो शब्दचित्र हमारे सामने प्रस्तुत किया है उससे प्रेमचंद के व्यकतित्व की कौन-कौन सी विशेषताएँ उभरकर आती हैं?
उत्तर: प्रेमचंद एक सरल व्यक्ति थे जिनका बाहरी आडंबर से दूर दूर तक का रिश्ता नहीं था। प्रेमचंद के लिए पोशाक का मतलब महज तन ढ़कने का साधन था। उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण था उनकी साहित्य की साधना।
Question 2: सही कथन के सामने सही का निशान लगाइए:
बाएँ पाँव का जूता ठीक है मगर दाहिने जूते में बड़ा छेद हो गया है जिसमें से अँगुली बाहर निकल आई है।
लोग तो इत्र चुपड़कर फोटो खिंचाते हैं जिससे फोटो में खुशबू आ जाए।
तुम्हारी यह व्यंग्य मुसकान मेरे हौसले बढ़ाती है।
जिसे तुम घृणित समझते हो, उसकी तरफ अँगूठे से इशारा करते हो?
उत्तर: (b) लोग तो इत्र चुपड़कर फोटो खिंचाते हैं जिससे फोटो में खुशबू आ जाए।