प्रा. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों का उत्तर लिखिए |
यह कलयुग है। इसमें सब काम कल द्वारा होता है । कल का करिश्मा सुबह से शाम तक दिखाई देता है ।
पातः उठकर मनुष्य बिजली के दन्तबाश से बत्तीसी साफ करता है । विद्युत् शेवर से अपनी हजामत खुद
करता है | गीजर से पानी गरम करके नहाता है । इस तरह कल सुबह से शाम तक अपना करिश्मा दिखात
है | गैस चूल्हा और कुकर खाना बना देते है , वही कटा - चम्मच उसे मुँह में उड़ेल देते हैं । क्लीनर प्लेट -
व्याल साफ करके यथास्थान सजा देता है | मोटर , स्कूटर ट्राम , रेल आदि कार्यालय पंहुचा देते हैं । नेत्र
ज्योति ज्योतिमय लडुओं से प्रांत हो जाती है , ठंडक शीत - कल और पंखों से । इन सब कलों का संचालन
एक बटन मात्र से होता है | इसलिए तो आजकल कहते है, ‘बटन देवाय नमः ।
1. उपयुक्त गद्यांश के लिए उचित शीर्षक लिखिए
2. वर्तमान युग को कलयुग क्यों कहा जाता है ?
3. कल सुबह से शाम तक अपना करिशमा दिखाता है । कैसे ? स्पष्ट किजिए |
4. "बिजली और दफ्तर इन दोनों शब्दों के अर्थ गद्यांश में से टूढ़कर लिखिए
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Sorry idk what language this is THANK YOU
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