India Languages, asked by Swaggar, 5 months ago

प्राप्तवती, पठित्वा असन्तताम अनुभवामि
बल्यकालात झव
ग्रहीता नित्यम
कृतः द अहम जानानिसका
पिपरीत परिस्तियां अपित्वथा
अद्यत्व परिक्रमस्य आत्मविश्वासस्य च विष्णयः
अभवता सफलताया चपातुम
भवत्या
आरन्दमास्मिन अक्सरेसम
स्वीकृत
भविष्य सपिशम व सफलामभाषेत लामनी
अलिास्वपितो. सेवायाम मम विवेपयता
भावत्याः सखी
to
please tell me answer in 2 min
thrn who answer me write then i get you as brainlieast u​

Answers

Answered by arushi1573
1

Answer:

please write in english

Similar questions