प्रायवेट वार्ड के बारे में
लेखक की सोच
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जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में चार चिकित्सकों में से दो में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी हैं। जिसके बाद भी विभाग द्वारा वार्ड को सील नहीं किया गया। वार्ड के सील न किए जाने के कारण वार्ड में अन्य लोगों की आवाजाही बनी हुई है। जिला अस्पताल के नए प्राइवेड वार्ड में कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद चिकित्सकों को रहने के लिए खाली कर दिया गया था। प्राइवेट वार्ड में कोविड-19 के नोडल अधिकारी समेत चार चिकित्सक रह रहे थे। गत सप्ताह में चार चिकित्सकों में से दो चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। इसके बावजूद वार्ड को न तो अस्पताल प्रशासन द्वारा सैनिटाइज करवाया गया है और न ही वार्ड में सीलिंग की कार्रवाई की गई हैं। वहीं, एक चिकित्सक अक्सर वार्ड में मरीजों का भी इलाज कर रहे हैं। जिसकी जानकारी होने के बाद भी अफसर अंजान बने बैठे हैं। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजीव प्रसाद ने बताया कि प्राइवेट वार्ड को सैनिटाइज करवा दिया जाएगा। साथ ही संबंधित कमरे बंद हैं, जिन्हें सील करवाया जाएगा। अगर कोई चिकित्सक वार्ड में मरीजों को देख रहा हैं तो इसकी जांच कराई जाएगी।