History, asked by anjaligautamkhurja, 2 months ago

प्रभुता की कामना को मृगतृष्णा क्यों कहा गया छाया मत छूना कविता के आधार पर लिखिए​

Answers

Answered by divu45
2

Answer:

उपलब्धियों की प्राप्ति न होने पर परेशान रहना। 'जीवन में सुरंग सुधियाँ सुहावनी' से कवि का अभिप्राय उन मधुर स्मृतियाँ से है जो याद आने पर हमें पीड़ा देती हैं कवि ऐसी यादों से बचने का प्रयास करने के लिए कह रहा है। ... छाया मत छूना में कवि का अभिप्राय बीते हुए सुखद पलों से है। इन पलों को कवि वर्तमान के दुख का कारण मानता है।

Explanation:

hope it will help you please give me thanks for the answer and mark it as brainliest please


anjaligautamkhurja: thanx
divu45: it's okk
divu45: welcome
Similar questions