प्रच्छन्न बेरोजगारी से आप क्या समझते हैं? शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों से उदाहरण देकर व्याख्या कीजिए।
Answers
जब लोग प्रत्यक्ष रूप से कार्यरत होते है परंतु वास्तव मे बेरोजगार होते है अर्थात एक ही काम मे जरूरत सें ज्यादा लोग लगे होते है, इसे प्रच्छन्न बेरोजगारी कहते हैं, उदाहरण :- ग्रामीण क्षेत्र मे चार व्यक्तियो की आवश्यकता वाले खेत मे परिवार के अधिक व्यक्ति लगे हुए हैं ।
शहरी क्षेत्र मे किसी दुकान पर दो की आवश्यकता के स्थान पर तीन व्यक्ति कार्य कर रहें है।
उत्तर :
प्रच्छन्न बेरोजगारी से अभिप्राय उस स्थिति से है जिसमें लोग प्रत्यक्ष रूप से काम कर रहे होते हैं, लेकिन सभी अपनी क्षमता से काम काम करते हैं। वास्तव में एक अल्प बेरोज़गार की स्थिति है।
उदाहरण के लिए शहरी क्षेत्रों में सेवा क्षेत्रक में हज़ारों अनियमित श्रमिक है जो दैनिक रोज़गार की तलाश करते हैं। वे प्लंबर, पेंटर, मरम्मत कार्य जैसे रोज़गार करते हैं जहां वे पूरा दिन बिता देते हैं परंतु बहुत कम कमा पाते हैं ।
ग्रामीण क्षेत्र में प्रच्छन्न बेरोजगारी कृषि क्षेत्र में विद्यमान है। उदाहरण के लिए यदि एक किसान के पास 3 हेक्टेयर भूमि है उसके परिवार में 7 सदस्य हैं जो सभी कृषि करते हैं परंतु यदि इनमें तीन सदस्यों को इस कार्य से निकाल दिया जाए तो भी पैदावार में कोई अंतर नहीं आता। अतः तीन लोग प्रच्छन्न बेरोजगार है। वे यह काम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उनके पास कोई बेहतर अवसर नहीं है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।