प्रकाशिक यंत्रों की विभेदन क्षमता तथा विभेदन सीमा से आप क्या समझते है, स्पष्ट कीजिए।
Answers
Answered by
7
Answer:
विभेदन सीमा- किसी प्रकाशिक यंत्र की विभेदन सीमा दो बिन्दु वस्तुओं के बीच उस न्यूनतम् कोणीय दूरी के बराबर होती है जिस पर उनके प्रतिबिम्ब प्रकाशिक यंत्र द्वारा स्पष्ट रूप से अलग अलग देखे जा सकते हैं। जहां प्रयुक्त प्रकाश की तरंगदैर्ध्य और d अभिदृश्यक लेंस के द्वारक का व्यास है।
Answered by
3
Explanation:
nice ans
please mark me briliant
Similar questions