'प्रकृति का अनुराग अंचल ' हिलन का कया तातपरय है
Answers
Answered by
3
Explanation:
iska arth prakriti ke prem ke Karan prithvi Khushi hi
Answered by
0
Answer:
जो प्रकृति की सुन्दरता है ना जो सरसी , अरसि आदि फालगुन के मोसम के फूल फालगुन के मोसम का स्वागत करता है। जीसमे चना दूहला और सरसो पीले रग के हाथ कर दूहलन बनकर बेठि है। और अलसी, सरसो का जूड़ा बनकर चने की पेमीका बन रहिं है । प्रकृति का ऐस खेल कवि ने बनाया है। इसी तरह प्रकृति उनके प्रेम का मजा ले रहि है उनके प्रेम को उभार रहि है ।
Explanation:
उमिद है आपको ये उतर प्रसन्द आएगा ।
hope thisanswer help you
Similar questions