प्रकृति के हैं रूप निराले,
आओ देखो मौसम मतवाले।
जब सूरज तेज़ चमकता है,
पृथ्वी का हृदय दहलता है।
गरम हवा से सागर का जल,
भाप बन-बन उड़ जाता है।
इसी भाप से बनते बादल,
जो छम-छम बरसा करते हैं।
वर्षा धरती की प्यास बुझाती,
जिससे चारों ओर हरियाली छाती। Frame 10 questions with answers in hindi.
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prakriti ka roop kaisa h ?
kis se charo or hariyali chatti h?
sooraj kaisa chamakta h?
sagar ka jaal kya bnta h?
clouds kaise banta h?
kis ka roop nirala h?
warsa kon krta h?
sagar ka jal kis se bhaph bnta h?
prithvi ka ♡ kb dahalta h?
kon prithvi ki pyass bujhata h?
plz mrk as brilliant
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