प्रकृति ने मानव जाति को दो स्वामियों के अधीन रखा है- दुःख और सुख। यह कथन किसका है?
Answers
Answered by
0
Explanation:
☆सर्वप्रथम बेन्थम ने इस मनोवैज्ञानिक सिद्धान्त को स्वीकार किया कि मनुष्य स्वभाव से आनन्द की खोज करता है और कष्टों से बचना चाहता है। बेन्थम का कहना है कि "प्रकृति ने मानव जाति को सुख-दु:ख नामक दो महत्त्वपूर्ण स्वामियों के शासन में रखा है।☆
Similar questions