पारणाम अच्छा नहागा।"
प्र03) दी गई पंक्तियों का भावार्थ लिखिए-
सबको खिला-पिलाकर दोपहर में
तुम महाभारत लेकर बैठोगी
कमरे की खिड़की से पेड़ की छाया
तुम्हारी पीठ और गोद में पड़ेगी।
मैं तुम्हारी पुस्तक पर आ झुलाऊंगा
अपनी नन्ही-सी छाया,
क्या तुम समझ सकोगी?
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अपनी नन्ही-सी छाया,क्या तुम समझ सकोगी
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