प्रस्तुत गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए
कार्तिक आया नहीं कि बालगोबिन भगत की प्रभातियां शुरू हुई ,जो फागुन तक चला करती।……….. किंतु तारों की छांव में भी उनके मस्तक के श्रम बिंदु जब-तब चमक की पड़ते।
(बालगोबिन भगत- क्षितिज)
क) बालगोबिन भगत की कार्तिक महीने में शुरू होने वाली गतिविधियों का वर्णन कीजिए।
ख) वातावरण को रहस्मयी क्यों कहा गया है?
ग) लेखक बालगोबिन भगत को देखकर आश्चर्यचकित क्यों हो?
(Class 10 Hindi A Sample Question Paper)
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क) कार्तिक मास में बालगोबिन भगत की प्रभाती शुरू हो जाती थी। यह प्रभाती कार्तिक माह से शुरु होकर फागुन मास पर चलती थी। वे सुबह अंधेरे में उठते और गांव से 2 मील दूर नदी पर स्नान करने जाते थे। वापसी में गांव के पोखर के ऊंची भिंडे पर बैठकर अपनी खंजड़ी बजाते हुए गीत गाते थे। वे गीत गाते समय अपने आसपास के वातावरण को भूल जाते थे।
ख) वातावरण में चारों और कोहरा होने के कारण संपूर्ण वातावरण रहस्य से घिरा हुआ प्रतीत हो रहा था। कोहरे के ओट में साफ दिखाई न देने के कारण एक रहस्य बना हुआ था ।इसी कारण वातावरण को रहस्य में कहा गया है।
ग) लेखक का बालगोबिन भगत को देखकर आश्चर्यचकित होने का कारण यह था कि वह ठंड से कांप रहा था किंतु भगत के मस्तक के श्रम बिंदु तारों की छांव में भी चमक पड़ते थे।
ख) वातावरण में चारों और कोहरा होने के कारण संपूर्ण वातावरण रहस्य से घिरा हुआ प्रतीत हो रहा था। कोहरे के ओट में साफ दिखाई न देने के कारण एक रहस्य बना हुआ था ।इसी कारण वातावरण को रहस्य में कहा गया है।
ग) लेखक का बालगोबिन भगत को देखकर आश्चर्यचकित होने का कारण यह था कि वह ठंड से कांप रहा था किंतु भगत के मस्तक के श्रम बिंदु तारों की छांव में भी चमक पड़ते थे।
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