प्रश्न-11 "विराटा की पद्मिनी' किस विधा से सम्बंधित पाठ है? उसी विधा की और दो रचनाओं के नाम लिखिए।
Answers
“विराटा की पद्मिनी” गद्य की ऐतिहासिक उपन्यास विधा से संबंधित रचना है।
“विराटा की पद्मिनी” के लेखक ‘वृंदावनलाल वर्मा’ हैं। इस उपन्यास की रचना उन्होने 1936 में की थी।
“विराटा की पद्मिनी” एक ऐतिहासिक उपन्यास है, जो झांसी के पास एक रियासत के राजा-रानी की कहानी है, जिसमें राजा की शत्रुओं द्वारा मृत्यु होने के बाद उसकी रानी शत्रु का सिर काटकर लाने के बाद ही अन्न-जल ग्रहण करने का प्रण करती है।
ऐतिहासिक उपन्यास उपन्यास साहित्य की वह विधा है जिसमें किसी भी काल की कोई प्रसिद्ध कथा का वर्णन होता है। ऐतिहासिक उपन्यास के लिये आवश्यक शर्त ये है कि उपन्यास में जिस कथावस्तु का चित्रण हो, वो पहले से ही प्रसिद्ध हो और उसके पात्रों के विषय में पाठक पहले से ही जानते हों। अर्थात उस उपन्यास के पात्र आदि ऐतिहासिक महत्व रखते हों।
ऐतिहासिक उपन्यास विधा से संबंधित दो रचनाओं के नाम इस प्रकार हैं....
वाणभट्ट की आत्मकथा ▬ हजारी प्रसाद द्विवेदी
वैशाली की नगरवधू ▬ आचार्य चतुरसेन शास्त्री
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Answer:
Viramata's Padmini 'is a text related to which genre?
Explanation:
The Padmini of Virata belonged to the historical novel genre of prose
The Padmini of Virata is a famous Indian novel. The main characters of the novel are the Queen and her king. This novel highlighted the Indian custom that when the kings went for war or a fight, the queen would only eat after the king has won the fight or the enemies have died. This tradition was famous in Jhansi region.