प्रश्न 18.
तात्या टोपे को कब फाँसी दे दी गयी?
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Answer:
Tantya Tope was killed on 18th April,1859.
सोफे को 7 अप्रैल 1859 को फांसी दी गई थी।
तात्या टोपे एक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने अंग्रेजों से डटकर लोहा लिया था। सन् 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में तात्या टोपे ने बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया था। वह नाना साहब के निकट सहयोगी थे। उनका जन 1819 ईसवी में हुआ था। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने कानपुर में अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह कर दिया। जब कानपुर पर अंग्रेजों ने अपना अधिकार कर लिया तो यह कालपी आ गए और फिर रानी लक्ष्मीबाई से मिले। उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई के साथ मिलकर सहयोग किया और ग्वालियर अपना अधिकार कर लिया। बाकी सेना भी इनके साथ हो गई। तात्या टोपे ने राजस्थान के झालावाड़ में प्रवेश किया और वहां पर भी अधिकार कर लिया। उनके आने से राजस्थान के क्रांतिकारियों में नया जोश उत्पन्न हो गया। लेकिन नरवर रियासत का शासक, जो अंग्रेजों से मिला हुआ था, उसने तात्या टोपे को धोखे अंग्रेजों के हाथों पकड़वा दिया। अंततः तात्या टोपे को अंग्रेजों ने बंदी बना लिया, उन पर मुकदमा चलाया और 7 अप्रेल 1859 को उन्हें फाँसी दे दी गयी।