प्रश्न 2.
अनोखी घड़ी का राज पाकर दीपू खुश था, वह राज क्या था? 'दादी की घड़ी' पाठ के आधार पर बताइये। (2) चाEि
उत्तर
Answers
दादी की घड़ी पाठ के आधार पर दीपू अपनी दादी के द्वारा बताए गए राज से खुश था क्योंकि पिकनिक पर जाते समय उसके देरी से उठने के समस्या का समाधान हो गया था। दीपू की दादी ने उसे बताया था कि रात को सोते समय वह अपने तकिए से सुबह उठने का समय बता कर सो जाए। तकिया अपने आप दीपू को सुबह जल्दी उठा देगा जिससे वह पिकनिक पर जा पाएगा। दीपू अपने तकिए से सुबह उठने का समय कह कर सो जाता है और आश्चर्यजनक रूप से वह सुबह जल्दी उठ जाता है। प्रातः उसकी समय पर आंख खुल जाती है। पिकनिक पर जाने वाले दिन से पूर्व दीपू रात को अपने तकिए से सुबह 5:00 बजे उठने की बात कह कर सोता है ।अगले दिन सुबह उसकी ठीक 5:00 बजे आंखें खुल जाती है वह जाग जाता है। दीपू यह बात अपनी दादी को बताता है तब दादी उसे समझाती है कि भला तकिया भी कभी बोलता है। असली अलार्म तो हमारे दिल में होता है। जब हमें जरूरी काम से उठना होता है तो यह हमें जगा देता है।