प्रश्न 2- निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए:-
कुदरत हमको रोज सिखाती, जग-हित में कुछ करना सीखें,
अपने लिए सभी जीते हैं, औरों के हित मरना सीखें।
सूरज हमें रोशनी देता,
तारे शीतलता बरसाते ।
चांद बांटता अमृत सबको,
बादल वर्षा जल दे जाते।
जुगनू ज्यों थोड़ा-थोड़ा ही, अंधकार हम हरना सीखें ।।
बिन अभिमान पेड़ देते हैं,
बीज फूल, फल, ठंडी छाया ।
यह दधीचि बनकर है युग में,
न्यौछावर कर देते काया।
मौसम चाहे कैसा भी हो, तरु की तरह निखरना सीखें ।।
क-कुदरत हमें क्या सिखाती है?
ख-सूरज,चांद, सितारे और बादल हमें क्या दे जाते हैं?
ग-'तरु की तरह निखरना सीखें इस पंक्ति का भावार्थ लिखिए।
घ- उपरोक्त काव्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
ङ-'कुदरत' शब्द का अर्थ लिखिए।
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- कुदरत हमको रोज सिखाती, जग-हित में कुछ करना सीखें,अपने लिए सभी जीते हैं, औरों के हित मरना सीखें।
सूरज हमें रोशनी देता,
तारे शीतलता बरसाते ।
चांद बांटता अमृत सबको,बादल वर्षा जल दे जाते।
कुदरत -प्रकृति
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