प्रश्न 2.
प्राकृतिक आपदाओं को वर्गीकृत कीजिए।
Answers
Answer:
प्राकृतिक आपदाओं का वर्गीकृत
Explanation:
प्राकृतिक आपदा, मानव निर्मित कारणों का परिणाम है जो जान और माल की गंभीर क्षति करके अचानक सामान्य जीवन को उस सीमा तक अस्तव्यस्त करता है, जिसका सामना करने के लिए उपलब्ध सामाजिक तथा आर्थिक संरक्षण कार्यविधियां अपर्याप्त होती हैं अर्थात आशंकित विपत्ति का वास्तव में घटित होना आपदा है I
आपदा आंतरिक और बाहरी कारकों के कारण प्रभाव से उत्पन्न होती है ,जो संयुक्त होकर घटना को भारी विनाशकारी घटना के रूप में परिवर्तित करती है I आपदा 'संतुलन' का बिगड़ना है जिसे नियंत्रणकारी नीतियों से पुनःस्थापित किया जा सकता है या दूर किया जा सकता है I
'हॉफमैन' और 'ओलिवर स्मिथ' के अनुसार 'आपदा के व्यवस्था दृष्टिकोण ' के तहत आपदाओं के पारिस्थितिक और सामाजिक दृष्टिकोण को शामिल किया जाता है ,जहाँ आपदाओं को ऐसी सम्पूर्ण घटनाएँ माना जाता है जिनमें उस सामाजिक - संरचनात्मक रूपों के सभी आयामों का संगठित मानव क्रिया सहित पर्यावरणीय सन्दर्भ में शामिल करके जहाँ ये घटित होती है, अध्ययन किया जाता है I
आपदाओं का वर्गीकरण
उत्पत्ति के अनुसार आपदाएं प्राकृतिक और मानव निर्मित होती हैं I
निम्नलिखित विभिन्न प्रकारों के रूप में देखा जा सकता है :-
1. वायुजनित आपदा – तूफान, चक्रवाती पवन, चक्रवात, समुद्री तूफानी लहर |
2. जलजनित आपदा – बाढ़, बादल का फटना, सुखा |
3. धरती जनित आपदा – भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी, भूस्खलन |
4. संक्रामक रोग – प्लेग, डेंगु, चिकनगुनिया, मलेरिया आदि |