प्रश्न 5 याचक एवं दाता कहानी का सारांश अपने शब्दों में लिखिए
Answers
Answer:
maine to iske baare me kabhi nhi suna
याचक एवं दाता कहानी का सारांश अपने शब्दों में लिखिए।
‘याचक एवं दाता’ कहानी का सारांश :
‘याचक और दाता’ कहानी में माननीय मूल्यों के बारे में बताया गया है। इस कहानी के अनुसार एक गरीब बुढ़िया को एक बच्चा अनाथ रास्ते में मिल गया था। बच्चे को असहाय देखकर उसने बच्चे उसने अपने पास रख लिया और उसका पालन पोषण करने लगी।
बुढ़िया गरीब थी और फूल आदि बेचती थी। यह बच्चा उसका नहीं था, फिर भी उसने उसका पालन पोषण किया। वो अपने फूल बेच कर कुछ धन संग्रह करती थी जिसे वह नगर के सेठ बनारसीदास के जमा कर देती ताकि उसका धन सुरक्षित रहे और जरूरत पड़ने पर काम आये। उसे सेठ पर पूरा विश्वास था।
एक दिन वो ही बच्चा मोहन बीमार पड़ गया तो जरूरत पड़ने पर जब वह सेठ के पास अपना धन मांगने जाती है तो सेठ लौटाने से मुकर जाता है। वो दोबारा सेठ के पास अपने बीमार बच्चे को लेकर जाती है कि शायद बीमार बच्चे को देखकर सेठ पिघल जाये। जब बच्चे को सेठ देखता है, तो उसे पता चलता है कि उसका ही खोया हुआ बच्चा मोहन है, कुछ साल पहले गुम हो गया था।
अब स्थिति पलट जाती है। पहले बुढ़िया सेठ के याचक बनकर आयी थी, अब सेठ बुढ़िया के सामने याचक था और अपने खोये हुए बच्चे की भीख मांग रहा था। अंततः बुढ़िया सेठ को उसका बच्चा लौटा देती है, और वो धन भी नही लेती जो उसने सेठ के पास जमा किया था। क्योंकि वो धन उसने उस बच्चे के लिये जमा किया था।