प्रश्न 7) दिन में कम से कम एक बार माता-पिता की घरेलू कार्य में सहायता कीजिए। उन सहायता कार्यों को उत्तर
पुस्तिका में दिनांक अनुसार सूचीबद्ध कीजिए।
प्रश्न 8) 10 सुलेख लिखिए। लिखते समय अक्षरों की बनावट व वर्तनी पर विशेष ध्यान दीजिए।
Answers
7) ऐप्लिकेशन और गेम, संगीत, फिल्में, टीवी, और पुस्तकों में माता–पिता के नियंत्रण वाली सेटिंग के काम करने का तरीका अलग-अलग होता है. अधिक जानने के लिए नीचे दिए गए सेक्शन पढ़ें.
ध्यान दें: हर तरह की सामग्री के लिए, माता-पिता के नियंत्रण वाली सुविधा हर देश में उपलब्ध नहीं है. अगर आप किसी ऐसे देश की यात्रा करते हैं जहां वे उपलब्ध नहीं हैं, तो शायद वे तब तक काम नहीं करेंगे जब तक कि आप अपने देश में वापस नहीं आ जाते.
8) भाषा की वर्तनी का अर्थ उस भाषा में शब्दों को वर्णों से अभिव्यक्त करने की क्रिया को कहते हैं। हिन्दी में इसकी आवश्यकता काफी समय तक नहीं समझी जाती थी; जबकि अन्य कई भाषाओं, जैसे अंग्रेजी व उर्दू में इसका महत्त्व था। अंग्रेजी व उर्दू में अर्धशताब्दी पहले भी वर्तनी (अंग्रेज़ी:स्पेलिंग, उर्दू:हिज्जों) की रटाई की जाती थी जो आज भी अभ्यास में है। हिन्दी भाषा का पहला और बड़ा गुण ध्वन्यात्मकता है। हिन्दी में उच्चरित ध्वनियों को व्यक्त करना बड़ा सरल है। जैसा बोला जाए, वैसा ही लिख जाए। यह देवनागरी लिपि की बहुमुखी विशेषता के कारण ही संभव था और आज भी है। परन्तु यह बात शत-प्रतिशत अब ठीक नहीं है। इसके अनेक कारण है - क्षेत्रीय आंचलिक उच्चारण का प्रभाव, अनेकरूपता, भ्रम, परंपरा का निर्वाह आदि। जब यह अनुभव किया जाने लगा कि एक ही शब्द की कई-कई वर्तनी मिलती हैं तो इनको अभिव्यक्त करने के लिए किसी सार्थक शब्द की तलाश हुई (‘हुई’ शब्द की विविधता द्रष्टव्य है - हुइ, हुई, हुवी)। इस कारण से मानकीकरण की आवश्यकता महसूस की जाने लगी।