प्रश्न 8 किसी एक विषय पर,100- 120 शब्दों में लघु कथा लिखिए | शीर्षक व शिक्षा भी लिखें।
मोहन नाम के लड़के को बहुत गुस्सा आना---मोहन की मां को चिंता होना और एक तरकीब निकालना-
गुस्सा आने पर दीवार में कील ठोकना-~-अंत में दीवार पर ठोकी कीलों को उखाड़ना
-दीवार पर कीलों के निशान पड़ना-~~-मां के द्वारा मोहन को समझाना कि गुस्से में अपशब्द बोलने पर
सामने वाले को चोट पहुंचती है।
Answers
गुस्सा हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है |
यह कहानी एक एक लड़के की है जिसे बहुत गुस्सा आता था | राम नगर गाँव में एक व्यापारी का परिवार रहता था | व्यापारी के लड़के का नाम मोहन था | मोहन का स्वभाव बहुत गुस्से वाला था | वह छोटी-छोटी बात पर गुस्सा करता था | गुस्से में वह गलत काम कर जाता था | मोहन की माँ उसके गुस्से बहुत परेशान थी | उसे उसकी बहुत चिन्ता होने लगी | मोहन की माँ ने एक तरकीब निकली , गुस्से आने पर उसने दिवार में किल ठोकना |
अंत में दिवार पर जो किले ठोकी गई थी , उन्हें निकाला गया | दिवार पर किलों के निशान पड़े हुए दिखाई दिए | माँ ने मोहन को बुलाया और समझाया कि गुस्से में बोले गए अपशब्द से सामने वाले को बुरा लगता है और चोट पहुंचती है | जिस प्रकार किलों से दिवार में निशान पड़े हुए है |इस प्रकार मोहन को अपनी माँ की बात समझ आई | मोहन तब से गुस्सा कब करने लगा |
सीख: कहानी से हमें सीखना चाहिए कि हमें कभी गुस्सा नहीं करना चाहिए , गुस्सा से हमें हानि मिलती है |