प्रश्न 9.
भारत छोड़ो आन्दोलन का वर्णन कीजिए।
Answers
ब्रिटिश सरकार की दमनकारी और अत्याचार से भरी नीतियां अपने चरम पर थीं। पूरे देश में अंग्रेजों के प्रति घोर असंतोष व्याप्त हो गया था। भारत के लोगों में स्वाधीनता की भावना जोर मारने लगी थी। भारत के लोग अंग्रेजों की गुलामी से मुक्ति चाहते थे।
दूसरे विश्व युद्ध के दौरान 1942 में पूरे देश में अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया गया। ब्रिटिश सरकार ने इस भारत छोड़ो आंदोलन को कुचलने के लिए सभी बड़े-बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। इससे भारत के लोगों में और ज्यादा आक्रोश उत्पन्न हुआ और उन्होंने दुगने उत्साह से ब्रिटिश सरकार का विरोध करना शुरू कर दिया। जो लोग अब तक भारत के स्वाधीनता संग्राम में शामिल नहीं हुए थे या सरकार के विरोध में शामिल नहीं होते थे, वह भी इस स्वाधीनता-संघर्ष की आग में कूद पड़े। यह महत्वपूर्ण घटनाएं 1942 के अगस्त महीने में घटी थीं, इसके लिए इसे अगस्त क्रांति का नाम दिया गया। इसे ही हम भारत छोड़ो आंदोलन कहते हैं। ॉ
यह राष्ट्रीय स्वाधीनता का बहुत बड़ा जन-आंदोलन था। इसका प्रभाव पूरे भारत में व्यापक रूप से पड़ा था और सारे भारतवासियों ने खासकर युवाओं ने इस आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। कालांतर में इस आंदोलन से उपजे प्रभाव के कारण ही लगभग 5 वर्ष बाद 15 अगस्त 1947 में भारत को आजादी मिली।