प्रश्न. निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर लगभग 70 से 80 शब्दों में कहानी लिखिए :
(1) एक बूढ़ा किसान चार बेटे - बेटों का आपस में लड़ना झगड़ना – किसान मृत्यु शय्या पर - बेटों की चिंता - बेटों को बुलाना – लकड़ियों का गट्ठर तोड़ने के लिए कहना – तोड़ न पाना गट्ठर की लकड़ियाँ अलग करना प्रत्येक बेटे को एक-एक लकड़ी – तोड़ने के लिए कहना आसानी से तोड़ना - सीख ।
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एक किसान था .उसके चार बेटे थे और चारो बेटे बहुत ही आलसी थे. वह कुछ भी कामकाज नहीं करते थे .किसान दिन भर अपने खेत में काम करता था और कोई भी लड़का उसका हाथ बटाने नहीं आता था. किसान बहुत चिंतित रहता था की उसके मरने के बाद उसके चारों बेटों का क्या होगा. यही बात उसे दिन -रात खाए जाती थी. एक दिन किसान बहुत बीमार हो गया .उसे पता चल गया कि अब उसका अंतिम समय निकट है .उसने अपने चारों बेटों को बुलाया और कहा कि -मैं जानता हूं मेरे मरने के बाद तुम चारों कुछ नहीं करोगे तुम्हारे खाने-पीने का भी ठिकाना नहीं रहेगा ,इसीलिए मैंने खेत में बहुत सारा धन छुपा कर रखा हुआ है ,तुम वह धन खोज कर निकाल लेना और अपनी जिंदगी को आराम से जीना.
इतना कहने के बाद किसान की मृत्यु हो गई और किसान के चारो बेटे बहुत दुखी हुए, परंतु अब क्या हो सकता था. कुछ दिन तो वह घर में रखा हुआ अनाज खाते रहे. लेकिन आखिरी में वह भी खत्म हो गया उन्होंने सोचा अब तो हमें खेत को खोदकर खजाना निकालना ही पड़ेगा इसके अलावा अब कोई भी उपाय हमारे पास नहीं बचा है .ऐसा सोचकर चारो बेटे सुबह उठे और खेत को खोदने पहुंच गए .खेत बहुत बड़ा था और उनमें से किसी को भी इस बात का पता नहीं था कि खजाना खेत के किस हिस्से में छुपा हुआ है .जिस कारण उन्हें पूरा खेत खोदना पड़ा. यह क्रम चार-पांच दिन तक चलता रहा चारो बेटे सुबह उठते और खजाने के लालच में खेत को खोदते रहते .आखिर में उन्होंने सारा खेत अच्छे से खोद दिया .लेकिन उन्हें खजाना कहीं भी नहीं मिला वह बहुत दुखी हुए .फिर उन्होंने सोचा जब हमने इतनी मेहनत कर ही ली है तो क्यों ना अब हम खेत में बीज ही डाल दे . जिससे फसल ही हो जाएगी और हम वह फसल बेच कर हम कुछ पैसे कमा लेंगे. जिससे हमें भोजन प्राप्त होगा ,आगे की फिर आगे देखेंगे. ऐसा सोचकर चारों ने मिलकर बीज बोए और खेत की बहुत ही अच्छे से देखभाल करने लगे. धीरे-धीरे उनका आलस कम होने लगा जो -जो फसल बढ़ने लगी उसे देख कर चारो बेटे हर्षाने लगे . उन्हें अच्छा लगने लगा.
Answer:
एकता में बल
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