प्रश्र_2गोपियों ने अपनी तुलना गुड़ और चींटी से क्यों की है? *
Answers
Answer:
क्योंकि गोपिया,चींटियों की तरह बार बार कृष्ण की तरफ़ आकर्षित होती है
प्रश्न :-
गोपियों ने अपनी तुलना गुड़ और चीटी से क्यों की है ?
उत्तर :-
गोपी ने अपनी तुलना गुड़ और चींटी से की है क्योंकि जिस प्रकार चीटियां गुड पर आसक्त होकर , उससे अलग ना हो पाने के कारण उसके ऊपर अपने प्राण त्याग देती हैं ठीक उसी प्रकार गोपियां भी श्री कृष्ण के प्रेम में पग गई हैं | वह उनसे ना मिल पाने की विरह - वेदना अग्नि में जल रही है| यदि वह ना मिलने आए तो वह अपने प्राण वही त्याग देंगी |
_________________________
महत्वपूर्ण जानकारी :-
• पाठ = सूरदास के पद
• लेखक = सूरदास
• यह पाठ सूरदास की काव्य रचना के एक अंश भ्रमरगीत से लिया गया है| इस पाठ में श्री कृष्ण उद्धव गोपियों को समझाने के लिए गोकुल भेजते हैं और उद्धव उनकी आज्ञा का पालन कर गोकुल पहुंच जाते हैं| वह गोपियों को श्री कृष्ण का संदेश देते हैं कि वे उन्हें भूल जाएं और अपना ध्यान एकत्र कर योग निद्रा में समय व्यतीत करें| गोपियां उद्धव का अनादर करने की जगह अपनी तार्किक शक्ति व वचन वक्रता का प्रयोग कर उनके तर्कों का जवाब देती हैं व उन पर व्यंग्य कसती हैं| पाठ के अंत में गोपियां उद्धव को सचेत करते हुए कहती हैं कि श्री कृष्ण को जो उन्होंने अपना मन दिया था वह उसे वापस पा लेंगी क्यों श्री कृष्णा पहले जैसे नहीं रहे उन्होंने अब राजनीति पढ़ ली है व गुरुओं का ज्ञान हासिल कर लिया है |