Hindi, asked by shuklagarima241, 5 hours ago

प्रश्र्ना के सही विकल्पीय लिखिए। 5x15 वर्तमान में हमारी पृथ्वी हर तरह से संकट में है। प्रकृति को अपने ही नैसर्गिक रूप में रखना बहुत जरूरी है। यदि उससे छेड़छाड़ की जाए तो यह प्राकृतिक विपदा को निमंत्रण देने के समान है। मानवीय कुकृत्यों या भूलों को वह कभी भी स्वीकार नहीं करती। पृथ्वी का स्वभाव है पर्यावरण-संतुलन। जब पर्यावरण-संतुलन बिगड़ता है तो मानव-विकास की विनाशलीला शुरू हो जाती है। यह एक अत्यंत चिंता का विषय है। आधुनिक मानव-विज्ञान के सहारे सर्वोच्च सुखों का उपभोग कर रहा है। चाँद जैसे अन्य ग्रहों पर भी अपना ठिकाना बनाने का प्रयास कर रहा है। इसी वैज्ञानिक प्रगति में हम सभी कहीं-न-कहीं अपने पर्यावरण को क्षति पहुँचा रहे हैं। अपने पर्यावरण को हम अपने स्वार्थ के कारण जो क्षति पहुँचा रहे हैं, उसकी भरपाई भी हमें ही करनी होगी। मानवजन्य यह भूल अक्षम्य है समय रहते ही हमें इस भूल को सुधारने के लिए उचित कदम उठाने होंगे। इस विषय में थोड़ी-सी दे मानवमात्र के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण जीव और वनस्पति जगत् के लिए खतरा बन सकती है।​

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Answered by goyalankush726
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Answer:

The World Health Organization has reported that the pathogens that exist within medical waste can be linked to the following diseases:

Parasitic infections. ...

Meningitis. ...

Skin infections. ...

Candida. ...

Bacteremia. ...

Hepatitis B and Hepatitis C.

Answered by Anonymous
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Answer:

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Explanation:

पिछले चार महीनों में हमारी दुनिया एकदम बदल गई है. हज़ारों लोगों की जान चली गई. लाखों लोग बीमार पड़े हुए हैं. इन सब पर एक नए कोरोना वायरस का क़हर टूटा है. और, जो लोग इस वायरस के प्रकोप से बचे हुए हैं, उनका रहन सहन भी एकदम बदल गया है. ये वायरस दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर में पहली बार सामने आया था. उसके बाद से दुनिया में सब कुछ उलट पुलट हो गया.

शुरुआत वुहान से ही हुई, जहां पूरे शहर की तालाबंदी कर दी गई. इटली में इतनी बड़ी तादाद में वायरस से लोग मरे कि वहां दूसरे विश्व युद्ध के बाद से पहली बार लोगों की आवाजाही पर इतनी सख़्त पाबंदी लगानी पड़ी. ब्रिटेन की राजधानी लंदन में पब, बार और थिएटर बंद हैं. लोग अपने घरों में बंद हैं. दुनिया भर में उड़ानें रद्द कर दी गई हैं. और बहुत से संबंध सोशल डिस्टेंसिंग के शिकार हो गए हैं.

ये सारे क़दम इसलिए उठाए गए हैं, ताकि नए कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके और इससे लगातार बढ़ती जा रही मौतों के सिलसिले को थामा जा सके.

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