प्रथम स्थान प्राप्त करने पर बधाई पत्र लिखिर्य।
निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए
“मनुष्य का जीवन बहुत संघर्षमय होता है। उसे पग पग पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता
है। फिर भी ईश्वर द्वारा जो मनुष्य रूपी वरदान इस पृथ्वी पर हुआ है, मानों धरती का रूप ही
बदल गया है। यह संसार कर्म करने वाले मनुष्यों क आधार पर टिका हुआ है। देवता भी उनसे
ईर्ष्या करने है। मनुष्य का जीवन कर्म,बल के कारण श्रेष्ठ है। धन्य है मनुष्य का जीवन।"
प्र(1) गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए ?
प्र(1) मनुष्य किस कारण श्रेष्ठ माना गया है ?
प्र(3) यह संसार किस आधार पर टिका है ?
प्र(4) देवता किससे ईर्ष्या करते है ?
श्री
Answers
Answered by
1
Answer:
मित्र को परीक्षा मे प्रथम आने पर बधाई पत्र
मनीष भाटिया
नयी कॉलोनी
जबलपुर
दिनांक: 12.4.15
प्रिय मनोज,
सस्नेह नमस्ते, आशा है तुम वहां कुशल होगे। मैं तुम्हें परीक्षा में प्रथम आने की बधाई देना चाहता हूँ। यह सुनकर हम सबको बहुत प्रसन्नता हुई कि तुम्हें अपनी कक्षा में सबसे अधिक अंक मिले हैं और पुरस्कार भी मिला।
हमें इस बात की खुशी है कि तुम्हारी मेहनत सफल हुई। तुमने मन लगाकर साल भर पढ़ाई करी इसीलिए तुम्हें यह इनाम मिला। आशा है आगे भी तुम इसी प्रकार सफलता प्राप्त करो और अपना जीवन उज्जवल बनाओ।
तुम्हारे माता-पिता को भी इस बात से बहुत खुशी मिली होगी। उनको मेरा प्रणाम कहना।
प्यार सहित
तुम्हारा मित्र
मनीष
Explanation:
Answered by
1
Answer
Hmm Such a Big Que
Explanation:
Similar questions