पुस्तकालय का अर्थ है - पुस्तकें रखने का घर अर्थात जहाँ एक ही जगह पर एक साथ बहुत सारी पुस्तकें रखी जाती हैं । हर स्कूल और कॉलेज में पुस्तकालय होता है । जो स्कूल और कॉलेज नहीं जाते हैं या अपनी पढ़ाई पूरी करके नौकरी करते हैं ,उन लोगों के लिए भी पुस्तकालय होता है । इसे पब्लिक लाइब्रेरी कहा जाता है । पुस्तकालय में न केवल पुस्तकें होती हैं , बल्कि अखबार ,पत्र - पत्रिकाएँ आदि भी होती हैं । लोग पुस्तकालय में बैठकर अपनी मनपसंद पुस्तकें , पत्र - पत्रिकाएँ , अखबार आदि पढ़ते हैं । यहाँ शोर नहीं होता । हमारे विद्यालय में भी एक बड़ा -सा पुस्तकालय है । इसमें हिन्दी , अंग्रेजी , गणित , संस्कृत , समान्य ज्ञान आदि की 3,000 पुस्तकें हैं । यहाँ पर विभिन्न भाषाओं के शब्द - कोश , ग्लोब और मानचित्र के अतिरिक्त विज्ञान के प्रयोग और आविष्कार आदि से संबंधित बहुत - सी रोचक पुस्तकें भी होती हैं । पुस्तकालय में बैठकर पढ़ने के साथ - साथ पुस्तकों को घर ले जाकर पढ़ने की सुविधा भी होती है ।
1.पुस्तकालय किसे कहते है ?
2.पुस्तकालय कहाँ - कहाँ होते हैं ?
3.पुस्तकालय में बैठकर लोग क्या करते हैं ?
4.आपके विद्यालय में किन-किन विषयों की पुस्तकें हैं ?
5.पुस्तकालय में किस प्रकार की सुविधा भी होती है ?
Answers
Answer:
1.पुस्तकें रखने का घर अर्थात जहाँ एक ही जगह पर एक साथ बहुत सारी पुस्तकें रखी जाती हैं ।
2.हर स्कूल और कॉलेज में पुस्तकालय होता है । जो स्कूल और कॉलेज नहीं जाते हैं या अपनी पढ़ाई पूरी करके नौकरी करते हैं ,उन लोगों के लिए भी पुस्तकालय होता है । इसे पब्लिक लाइब्रेरी कहा जाता है ।
3.लोग पुस्तकालय में बैठकर अपनी मनपसंद पुस्तकें , पत्र - पत्रिकाएँ , अखबार आदि पढ़ते हैं
4. हिन्दी , अंग्रेजी , गणित , संस्कृत , समान्य ज्ञान आदि की 3,000 पुस्तकें हैं ।
5.पुस्तकालय में बैठकर पढ़ने के साथ - साथ पुस्तकों को घर ले जाकर पढ़ने की सुविधा भी होती है ।
Answer:
Answer is
Explanation:
Pustakalay wo hoti hai jahan per log shanti purvak pustak padhte hai .
Pustakalay vidyalay m ya uske as pas har jagah hoti hai
pustakalay mai log apni man pasnd ya jo jankari unhe prapt karni hoti hai wo pustake padhte hai
Hamare vidyalaya mai har tarah ki pustake hai
Pustakalay mai pustak kharidne ki ya use kuch dino mai padh kar laotane ki suvidha hoti hai