पुस्तकालय से लाभ पर निबंध | Write an essay on Benefit from the Library in Hindi
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“पुस्तकालय के लाभ”
भूमिका:-> मनुष्य ने चाहे कितने ही बड़े कुल में जन्म क्यों न लिया हो जब तक वह साक्षर नहीं है, तब तक उसका सम्मान नहीं होता है। मूर्ख व्यक्ति भी विद्वानों की सभा में तब तक शोभा देता है,जब तक कोई कुछ बोलता नहीं। विद्या वह साधन है जिसके माध्यम से वह अपने जीवन को अच्छे ढंग से जी सकता है I विदेश जाने पर विद्या बंधु है। विद्या को ही मनुष्य का तीसरा नेत्र कहा गया है।
ज्ञान का प्रारंभ:-> जब से मनुष्य ने पढ़ना लिखना प्रारंभ किया तो अपने अनुभव को लिखकर रखने लगा धीरे-धरे मनुष्य का ज्ञान बढ़ता गया और वह अपने हर हिसाब को लिखकर रखने लगा तब से ही मनुष्य का इतिहास शुरू हो गया। हमें गर्व है कि विश्व की सबसे प्राचीन पुस्तक ऋग्वेद की रचना हमारे प्राचीन ऋषि-मुनियों ने की थी। ऋषियों के द्वारा दिया गया ज्ञान आज भी सुरक्षित है।
पुस्तकों के भंडार:-> पुस्तकों को एक जगह संग्रहित करके रखना पुस्तकालय कहलाता है I प्राचीन ग्रंथों और अन्य पुस्तकों को सहेज कर रखने कि जगह पुस्तकालय है।
पुस्तकालय के लाभ:-> पुस्तकालय से हम प्राचीन ज्ञान और उनके अनुभव को प्राप्त कर सकते हैं। ज्ञान जिज्ञासाओं के लिए ज्ञान प्राप्ति के लिए पुस्तकालय से बढ़कर कोई साधन नहीं अध्यापक विद्यार्थी का केवल पथ प्रदर्शन करता है I ज्ञानार्जन की पूर्ति तो पुस्तकालय से होती है I देश-विदेश के तथा भूत और वर्तमान के विद्वानों के विचारों से अवगत कराने में पुस्तकालय हमारा बड़ा साथी है I आर्थिक दृष्टि से भी पुस्तकालय का महत्व कम नहीं है। अवकाश के समय हम पुस्तकालय में अच्छी पुस्तकें पढ़कर के समय का सदुपयोग कर सकते हैं।
उपसंहार:->पुस्तकालय की पुस्तकों को हमें संभाल कर के रखना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी भी उन पुस्तकों को पढ़ सकें। पुस्तकालय की पुस्तकों में कोई दोष नहीं होता है। यह तो हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम सन्मार्ग कीओर प्रेरित होते हैं या कुमार्गगामी बनते हैं।
पुस्तकालय शब्द दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है जिसे हम पुस्तक + आलय कहते है जिसे हम आसान शब्दों में पुस्तकों का घर भी कह सकते है क्योंकि यहां पर ज्ञान विज्ञान ग्रंथ साहित्य राजनीतिक विज्ञान एवं अलग-अलग भाषाओं का संग्रह होता है.
पुस्तकालय कई प्रकार के होते है जैसे व्यक्तिगत पुस्तकालय, विद्यालय का पुस्तकालय,
सार्वजनिक पुस्तकालय, चलते फिरते पुस्तकालय और आजकल तो डिजिटल पुस्तकालय भी उपलब्ध है.
इन सभी पुस्तकालयों में तरह-तरह की ज्ञानवर्धक पुस्तकें मिलती है जिन्हें कोई भी पुस्तक प्रेमी जाकर पड़ सकता है और अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकता है.
पुस्तकालय हमारे राष्ट्रीय धरोहर के रूप में होते है क्योंकि यहां पर हमारे पूर्वजों की लिखी हुई अच्छी किताबों का संग्रहण किया जाता है जिसका उपयोग हम आगे आने वाले जीवन को बेहतर बनाने के लिए कर सकते है.
जो भी व्यक्ति अच्छी और अधिक मूल्य वाली पुस्तके नहीं करी सकता है वह यहां पर आकर आराम से शांत माहौल में पुस्तकें पड़ सकता है और अपने ज्ञान के जिज्ञासा को शांत कर सकता है.
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