पाशाणपापापापा
ग
(ग) “भारतवर्ष' कविता का मूलसार अपने शब्दों में लिखिए।
Answers
Answered by
32
यह कविता "भारत महिमा" जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखी गई है। इसमें कवि कहते हैं कि हम भारतीयों ने पूरे विश्व में ग्यान का प्रसार किया है। जिसके कारण स्मग संसार आलोकित हो गया। अज्ञान रूपी अंधकार का विनाश हुआ और सम्पूर्ण सृष्टि से दुख शोक दूर हो गए।
Answered by
0
Answer:
यह कविता "भारत महिमा" जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखी गई है। इसमें कवि कहते हैं कि हम भारतीयों ने पूरे विश्व में ग्यान का प्रसार किया है। जिसके कारण स्मग संसार आलोकित हो गया। अज्ञान रूपी अंधकार का विनाश हुआ और सम्पूर्ण सृष्टि से दुख शोक दूर हो गए।
Similar questions