'पुत्र-प्रेम' कहानी की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहानी द्वारा दिए गए संदेश का उल्लेख कीजिए।
Answers
Answered by
4
Answer:
कहानी पुत्र प्रेम में लेखक ने आरम्भ से लेकर अंत तक चैतन्यदास के पुत्र प्रेम को दर्शाया है। प्रभुदास के बीमार होने और ३००० रुपये खर्च की बात सुनकर पिता चैतन्यदास पर अर्थशास्त्र की बात सोचते हैं। वे छोटे बेटे को जमींदारी बंधक रखकर इंग्लैंड भेज देते हैं। अतः मणिकर्णिका घाट उनका ह्रदय परिवर्तन होता है।
Similar questions
Computer Science,
1 month ago
English,
1 month ago
English,
3 months ago
Computer Science,
10 months ago
Computer Science,
10 months ago