पोटैशियम परमैंगनेट घोल की शक्ति दिये गये M/10 आक्जैलिक अम्ल से ज्ञात करें।
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आक्सैलिक अम्ल (Oxalic acid) पोटैसियम और कैल्सियम लवण के रूप में बहुत से पौधों में पाया जाता है। लकड़ी के बुरादे से क्षार के साथ २४०° से २५०° सें. के बीच गरम करके आक्सैलिक अम्ल, (COOH)2, बनाया जा सकता है। इस प्रतिक्रिया में सेल्यूलास Ca-COOH-COOH की इकाई आक्सीकृत होकर (COOH)2 का रूप ग्रहण कर लेती है। आक्सैलिक अम्ल को औद्योगिक परिमाण में बनाने के लिए सोडियम फ़ार्मेट को सोडियम हाइड्राक्साइड या कार्बोनेट के साथ गरम किया जाता है। आक्सैलिक अम्ल का कार्बोक्सिल समूह दूसरे कार्बोक्सिल समूह पर प्रेरण प्रभाव डालता है, जिससे इनका आयनीकरण अधिक होता है। आक्सैलिक अम्ल में शक्तिशाली अम्ल के गुण हैं।
आक्सैलिक अम्ल की संरचना
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यह रासायनिक अभिक्रिया एक रेडॉक्स अभिक्रिया है
पोटैशियम परमैंगनेट घोल की शक्ति दिये गये M/10 आक्जैलिक अम्ल से ज्ञात करता है।
Explanation:
- AIM :- ऑक्सालिक एसिड की मदद से पोटेशियम परमैंगनेट की ताकत का निर्धारण
- Solutions required :- ऑक्सालिक एसिड ,पोटेशियम परमैंगनेट ,
- आक्जेलिक अम्ल का रसायनिक विश्लेषण के विरूद्ध
- रसायनिक विश्लेषण में टाइट्रेंट है और ऑक्सालिक एसिड विश्लेष्य है।
- पोटेशियम परमैंगनेट और आक्जेलिक अम्ल के बीच अभिक्रिया अम्लीय माध्यम में होती है और अम्लता तनु से पैदा की जाती हैं। यहाँ स्वयं सूचक कार्य करता है।
- एक फ्लास्क में ऑक्सैलिक अम्ल का 10 मिली विलयन लें। इसमें 5 मिली 1.0M सल्फ्यूरिक एसिड मिलाएं। पोटेशियम परमैंगनेट के घोल के साथ पहले घोल को 50-60 ℃ तक गर्म करें। प्रारंभ में पोटैशियम परमैंगनेट का गुलाबी रंग ऑक्सैलिक अम्ल के साथ अभिक्रिया
- गुलाबी रंग बदल जाता है ऐसे प्रक्रम को जिसमें रासायनिक परिवर्तन होता है रासायनिक अभिक्रिया कहते हैं
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