पाठ के आधार पर तुलसी के भाषा सौंदर्य पर दस पंक्तियाँ लिखिए
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तुलसीदास द्वारा लिखित रामचरितमानस अवधी भाषा में लिखी गई है। यह काव्यांश रामचरितमानस के बालकांड से ली गई है। इसमें अवधी भाषा का शुद्ध रुप में प्रयोग देखने को मिलता है। तुलसीदास ने इसमें दोहा, छंद, चौपाई का बहुत ही सुंदर प्रयोग किया है। जिसके कारण काव्य के सौंदर्य तथा आनंद में वृद्धि हुई है और भाषा में लयबद्धता बनी रही है। तुलसीदास जी ने अलंकारो के सटीक प्रयोग से इसकी भाषा को और भी सुंदर व संगीतात्मक बना दिया है। इसकी भाषा में अनुप्रास अलंकार, रुपक अलंकार, उत्प्रेक्षा अलंकार, व पुनरुक्ति अलंकार की अधिकता मिलती है। इस काव्याँश की भाषा में व्यंग्यात्मकता का सुंदर संयोजन हुआ है।
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thanks my answer
Answer:
इस काव्यांश में तत्सम शब्दों का प्रयोग अधिक मात्रा में हुआ है। इसमें दोहा , छंद , चौपाई का अच्छा प्रयोग किया गया है। भाषा में लयबद्धता है। ... अनुप्रास ,उपमा ,रूपक ,उत्प्रेक्षा ,व पुनरूक्ति अलंकार का सुयोजित ढंग से प्रयोग हुआ है।16-Feb-2020