'पौधे के पंख' पाठ में लेखक ने दो दिन की डायरी में अपने मन की किस झुंझलाहट को अभिव्यक्त किया है?
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Answer:पौधे के पंख' पाठ में लेखक ने दो दिन की डायरी में अपने मन की किस झुंझलाहट को अभिव्यक्त किया है? पौधे के पंख' पाठ में लेखक ने दो दिन की डायरी में अपने मन की किस झुंझलाहट को अभिव्यक्त किया है? पौधे के पंख' पाठ में लेखक ने दो दिन की डायरी में अपने मन की किस झुंझलाहट को अभिव्यक्त किया है? पौधे के पंख' पाठ में लेखक ने दो दिन की डायरी में अपने मन की किस झुंझलाहट को अभिव्यक्त किया है? पौधे के पंख' पाठ में लेखक ने दो दिन की डायरी में अपने मन की किस झुंझलाहट को अभिव्यक्त किया है?
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