Pakistani CNET maybe mark ki pehli Mahila Neta Kaun Thi
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Hindustan ki jai
इस्लामाबाद। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की नेता और सांसद शेरी रहमान पाकिस्तान सीनेट के उच्च सदन में विपक्ष की पहली महिला नेता चुनी गई हैं। सांसद शेरी रहमान 2011 से 2013 के बीच अमरीका में पाकिस्तान की राजदूत रही हैं। शेरी की उम्मीदवारी को पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने 2015 में मंजूरी दी थी जिसके बाद वह सीनेट के लिए चुनी गई थीं। बता दें कि बिलवाल की दिवंगत मां और दो बार प्रधानमंत्री रहीं बेनजीर भुट्टो 1990 के दशक में नेशनल एसेंबली (निचले सदन)में दो बार विपक्ष की नेता रही थी। गौरतलब है कि सदन में सत्तारूढ़ पीएमएल- एन और सहयोगी दलों के 47 सीनेटर हैं।
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कितने वोटों से शेरी जीतीं
आपको बता दें कि शेरी ने 104 सदस्यीय सदन में 34 विपक्षी सीनेटरों का समर्थन हासिल किया जिसके बाद उन्हें विपक्ष का नेता घोषित किया गया। उन्होंने क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की अगुवाई वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के आजम स्वाती को हराया। स्वाति को छोटी पार्टियों का समर्थन मिला और सिर्फ 19 वोट मिले। जीत के बाद शेरी ने सभी दलों के सदस्यों का शुक्रिया अदा किया।
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कौन हैं शेरी रहमान
बता दें कि शेरी रहमान का जन्म 1960 में कराची के एक सिंधी परिवार में हुआ। उनके पिता वकील थे, जबकि उनकी माता पाकिस्तान की केंद्रीय बैंक की पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं। शेरी रहमान उन मशहूर उदारवादी राजनेताओं में से एक हैं, जिन्होंने विवादास्पद ईश-निंदा क़ानून को ख़त्म करने का समर्थन किया था।
बतौर पत्रकार अपने करियर की शुरुआत करने वाली शेरी रहमान पिछले 20 सालों से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचार पत्रों में लिख रही हैं। वह पाकिस्तान के श्रेष्ठ समाचार पत्रिका ‘द हेरल्ड’ की मुख्य संपादक भी रह चुकीं हैं। बता दें कि 1999 में शेरी रहमान ने राजनीति में क़दम रखा और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सदस्य बनीं। साल 2002 में वो संसद के निचले सदन राष्ट्रीय असेंबली की सदस्य बनीं। वर्ष 2008 के आम चुनावों के बाद पीपुल्स पार्टी के गठबंधन वाली सरकार में उन्होंने केंद्रीय सूचना मंत्री का पद संभाला और पार्टी नेतृत्व से मतभेदों के चलते 2009 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
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