pakshiyo ko palna uchit h is par paragraph
Answers
Answered by
5
मेरे विचार से पक्षी पालना अनुचित है। प्रकृति ने सबको जीने का अधिकार दिया है। हर प्राणी को इस पृथ्वी में समान रूप से जीने का अधिकार है। मनुष्य को यह अधिकार नहीं दिया है कि वह किसी की स्वतंत्रता का हनन कर उन्हें बंदी बनाए। हम मनोरंजन हेतु और घर की शोभा बढ़ाने हेतु पक्षियों को पिंजरों में कैद करके रख लेते हैं। यह उचित नहीं है। आकाश में स्वतंत्रतापूर्वक उड़ने वाला पक्षी जब छोटे से पिंजरें में कैद हो जाता है, तो उसके लिए कितना कष्टप्रद होता है। वह उस पिंजड़े में उड़ने के लिए छटपटाता है। इस प्रयास में उसके पंख टूट जाते हैं। वह बिना किसी साथी के एक पिंजरें में कैदी भरा जीवन व्यतीत करता है। उसकी सज़ा बस इतनी होती है कि वह दिखने में या तो सुंदर है या फिर उसकी आवाज़ मीठी है। मनुष्यों को भी तब तक जेल में बंद नहीं किया जाता है, जब तक उसने कोई अपराध न किया हो। परंतु यह पक्षी तो अकारण ही बंदी बनाकर रख लिए जाते हैं। हमें इस विषय पर गंभीरता से सोचना होगा क्योंकि यदि यही स्थिति हमारे साथ हो, तो हमारा क्या व्यवहार होगा। क्या तब हम यह प्रश्न उठाएँगे कि यह अनुचित है या उचित। हमें चाहिए कि सबको स्वतंत्रतापूर्वक जीने का अधिकार दिया जाए फिर चाहे वह कोई भी क्यों न हो। σк ℓσиg нαι ує
avinash107:
nek vichar
Similar questions