परामर्श साक्षात्कार का विशिष्ट प्रारूप क्या है ?
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दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच बातचीत एवं विचारों का आदान-प्रदान साक्षात्कार (Interview) कहलाता है। इसमें एक या कई व्यक्ति किसी एक व्यक्ति से प्रश्न पूछते हैं और वह व्यक्ति इन प्रश्नों के जवाब देता है या इन पर अपनी राय व्यक्त करता है।
साक्षात्कार, साहित्य की एक विधा भी है।
जर्मनी की चांसलर अंगेला मार्केल का साक्षात्कार (२०११ में ईपीपी शिखर सम्मेलन के बाद)
अलग-अलग उद्देश्यों से साक्षात्कार लिये जाते हैं। उद्देश्य के अनुसार साक्षात्कार की प्रक्रिया भी अलग-अलग होती है। साक्षात्कार बहुत तर्ह के हो सकते हैं-
कार्मिक चयन के लिये साक्षात्कार
टेलीविजन साक्षात्कार
दूरभाष साक्षात्कार
सूचना साक्षात्कार - किसी प्रकार की सूचना प्राप्त करने के लिये
लंच साक्षात्कार (lunch interview)
केस साक्षात्कार (case interview)
पजल साक्षात्कार (puzzle interview)
स्ट्रेस साक्षात्कार (Stress Interview) - इसका उद्देश्य यह देखना है कि दबाव की स्थिति में आपका व्यवहार कैसा रहता है।
"साक्षात्कार का उद्देश्य तय हो जाने के बाद साक्षात्कारकर्ता एक विशिष्ट प्रारूप तय करता है जो कि निम्न प्रकार है।
(1) साक्षात्कार का प्रारंभ-इस चरण में संप्रेषकों (साक्षात्कारकर्ता एवं साक्षात्कार देने वाला) के बीच अनुकूल वातावरण तैयार करने की करने का प्रयत्न किया जाता है ताकि साक्षात्कार देने वाला व्यक्ति वातावरण के प्रति सहज हो जाए। बातचीत का आरंभ साक्षात्कारकर्ता करता है और प्रारंभिक औपचारिक बातें द्वारा अपने साक्षात्कार के उद्देश्य को बताने का प्रयत्न करता है ताकि साक्षात्कार देना वाले व्यक्ति पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रति स्वयं को तैयार कर सके।
(2) साक्षात्कार का मुख्य भाग- यह साक्षात्कार का मुख्य भाग है इसमें वास्तविक संप्रेषण का आरंभ होता है। सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है। इसमें साक्षात्कारकर्ता प्रश्न प्रश्न आरंभ करता है ताकि वो साक्षात्कार देने वाले व्यक्ति से प्रदत्त अर्थात उत्तर प्राप्त कर सकें। प्रश्न पूछने के लिए वो पहले से तैयार करके लाई गई एक अनुसूची का प्रयोग करता है। इस अनुसूची में विभिन्न श्रेणियों के प्रश्न होते हैं जैसे कि पिछले संगठन में काम करने का स्वरूप, अनुभव, पिछला, पिछली नौकरी छोड़ने का कारण, इस संगठन में काम करने का दृष्टिकोण तथा अपेक्षायें आदि। इन प्रश्ननों के उत्तरों का प्रयोग सही तथ्यों की जानकारी और व्यक्ति के मूल्यांकन के लिये जाता है।
(3) साक्षात्कार का समापन-साक्षात्कार तिथि समापन चरण में साक्षात्कारकर्ता प्राप्त सूचनाओं का संग्रह कर उनका पर आधारित अपनी एक राय साक्षात्कार देने वाले व्यक्ति के सामने प्रस्तुत करता है और उसे भी प्रश्न पूछने या टिप्पणी करने का अवसर प्रदान करता है।
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