परिवर्तनं ------ स्वभाव: भवति। (जगत् / जगता / जगत: )
Answers
Answered by
2
Answer:
swabhabha
i hope it helpfull
Answered by
0
शून्य स्थान में उचित शब्द भरें।
Explanation:
आपके दिये गए वाक्य में शून्य स्थान में सही शब्द हो सकता हैं, परिवर्तनं जगतः स्वभाव: भवति।
वैसे परिवर्तन ही जीवन हैं और जीवन ही एक तरह से जगत हैं। बिना परिवर्तन के हम लोग कभी भी बेहतरी की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। इसलिए अकसर दुनिया में कई सारे परिवर्तन को होते हुए हम देखते हैं।
परिवर्तन के चलते जगत की सामूहिक हितों की पुष्टि होती हैं। हितों की पुष्टि के लिए सिर्फ बदलाव भी काफी हैं। समय के साथ ही साथ थोड़ी बहुत बदलाव काम्य हैं।
Similar questions