'परिवर्तनीयता के आधार ऋणपत्र का मोचन' से क्या तात्पर्य है?
Answers
ऋणपत्र को ऋणपत्र मोचन तब ही किया जा सकता है जब इसे अंश या नए ऋणपत्र में परिवर्तित कर दिया जाए। यदि ऋणपत्र धारकों को यह प्रस्ताव लाभदायक लगता है तो वे इस प्रस्ताव को मान लेंगे। नए अंश या ऋणपत्रों को समतुल्य पर बट्टे पर या प्रीमियम पर निर्गमित किया जा सकता है। यह ध्यान देने योग्य है कि यदि यह परिवर्तनीय ऋणपत्र है तो ऐसी स्थिति में किसी ऋणपत्र मोचन निधि की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसके मोचन के लिए किसी निधि की आवश्यकता नहीं होती है।
ऋणपत्र परिवर्तनीयता दो प्रकार की होतीं हैं: परिवर्तनीय ऋणपत्र व अपरिवर्तनीय ऋणपत्र। ऋणपत्र परिवर्तनीयता के प्रकारों की अपना अलग विशेषताएँ होती हैं जिनसे उनकी पहचान की जा सकती है। परिवर्तनीयता के आधार ऋणपत्र का मोचन से तात्पर्य है किसी भी ऋणपत्र का उसकी परिवर्तनीयता प्रकृति के आधार पर किश्तों में या एक मुश्त रकम के रूप में मोचित होना या फिर समाप्त होना।