Hindi, asked by manmohanc59, 10 months ago

पर्यावरणीय अध्ययनों के बहु-विषयक स्वरूप से आप क्या समझते हैं? बहुविषयक दृष्टिकोण विभिन्न पर्यावरणीय समस्याओं को हल करने में कैसे सहायक है?

Answers

Answered by akkimahan
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पर्यावरणीय अध्ययनों की बहुआयामी प्रकृति विषय की विविध प्रकृति के कारण है

Explanation:

पर्यावरण की परिभाषा कहती है कि हमारे आस-पास की हर चीज, पर्यावरण में गिरती है चाहे वह जीवित हो या नहीं। इसलिए, पर्यावरणीय अध्ययन प्रकृति में बहुआयामी है।

छात्रों को विभिन्न विषयों जैसे पर्यावरणीय रसायन विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान, गणित, सांख्यिकी, विद्युत सर्किट, प्रयोगशाला तकनीक और विभिन्न प्रदूषण नियंत्रण उपायों और तकनीकों आदि का अध्ययन करने के लिए बनाया जाता है।

वे समाजशास्त्र, मनोविज्ञान आदि विषयों का भी अध्ययन करते हैं क्योंकि लोगों और किसी समस्या के प्रति उनका व्यवहार पर्यावरण पेशेवरों की प्रमुख चिंता का विषय है।

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