Hindi, asked by MilanBhalala199, 5 months ago

पररच्छेद को पढ़कर उसमे नीचे ददए गए प्रश्नो के उत्तर दीजिए | (05)

मानि के व्यजक्ति का तनमायण करनेिाले विलभन्द्न तत्िो मे चररत्र का सबसे

अचधक महत्ि है | चररत्र एक ऐसी शजक्त हे िो मानििीिन को सफल बनाती है |

चररत्र की शजक्त ही आत्मविश्िास और आत्मतनभयरता उत्पन्द्न करती है | चररत्र

मनुष्य के किया – कलाप और आचरण के समूह का नाम है| चररत्ररूपी शजक्त के

सामने पाशविक शजक्त भी नष्ट हो िाती है | चररत्र की शजक्त विधा, बुद्चध और

सींपतत से भी महान होती है | इततहास इस बात का साक्षी है की कई चििती सम्राट

धन, पद, िस्तुऔर विधा के स्िामी थे, परींतुचररत्र के अभाि मे अजस्तत्ि विहीन हो

गए |

प्रश्न:-

1) चररत्र का क्या महत्ि है ?

2) चररत्र का मानििीिन पर क्या प्रभाि पड़ता है ?

3) चररत्र ककसे कहते है ?

4) इस गधखींड को उचचत शीर्यक दीजिए ?.​

Answers

Answered by payalpvvats
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Answer:

पररच्छेद को पढ़कर उसमे नीचे ददए गए प्रश्नो के उत्तर दीजिए | (05) मानि के व्यजक्ति का तनमायण करनेिाले विलभन्द्न तत्िो मे चररत्र का सबसे अचधक महत्ि है | चररत्र एक ऐसी शजक्त हे िो मानििीिन को सफल बनाती है | चररत्र की शजक्त ही आत्मविश्िास और आत्मतनभयरता उत्पन्द्न करती है | चररत्र

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