‘पसंद करना और प्यार करना’ के बीच क्या अंतर है?
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पसंद हम बहुत सारो को कर सकते हैं लेकिन प्यार सिर्फ एक से ही होता है ।
पसन्द अट्रेक्शन हो सकता ह लेकिन प्यार नहीं।
Heya...
Here's your answer.........
प्रेम की शूरवात पसंद करने से ही होती है लेकिन हर पसंद प्रेम में परिणित हो जाए ऐसा आवश्यक नहीं ।
पसंद करने के पीछे एक कारण होता है एक वजह होती है और इस जगत में कुछ भी ऐसा नहीं जो बदले न । हमेशा के लिए कुछ नहीं रहता तो जो कारण है वजह है एक दिन समाप्त होगी और पसंद का अस्तित्व भी समाप्त हो जाएगा ।
परंतु प्रेम प्रेम का कोई आधार नहीं होता प्रेम की कोई वजह नहीं होती । प्रेम का रास्ता one way है एक बार हो गया तो फिर कभी नहीं समाप्त होता । इसके पीछे कोई वजह नहीं होती तो वजहें आएँगी चली जाएँगी परंतु प्रेम वहि रहेगा ।
प्रेम करना बंद कैसे करोगे ? क्यूँकि प्रेम किया ही नहीं जाता प्रेम तो उत्तप्पन्न होता है । तो जिसके करने में तुम्हारा कोई बस नहीं उसे रोकोगे भी कैसे ?
मानो किसी स्त्री के घने लम्बे बालों को तुम पसंद करते हो इसी लिए उसके पास बैठते हो उससे बातें करते हो । एक दिन वो बाल अपने छोटे करा कर आ जाए तो फिर किस आधार पर पसंद करोगे ।
अब मानो की उसके बड़े बालों की वजह से तुमने उससे बात चीत शुरू की फिर तुमने उसको जाना और प्रेम उत्तपन्न हुआ तो ये लम्बे बाल ये शरीर का सौंदर्य ये मीठी ख़ुशबू सब कब पीछे छूट जाएगा तुम्हें पता ही नहीं चलेगा । प्रेम होगा तो ये सब मायने ही नहि रखेगा ।
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✨✨✨✨BY BeWaFa ✨✨✨
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Thanks...!!!
XD
Sorry baby 'wink'