‘पत्नी की आँखें आँखें नहीं हाथ हैं, जो मुझे थामे हुए हैं' से कवि का क्या अभिप्राय है?
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Explanation:
Shayad se yah Banega ki patni ne apni Aankhein Mujhe De rakhi hai jinki vajah se main dekh Pa raha hun isliye ek trah se Patni Ki Aankhen Aankhen Nahin Hath hai jo mughe pakad kar rakhe hue hain
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पत्नी की आँखें आँखें नहीं हाथ हैं, जो मुझे थामे हुए हैं' से कवि का अभिप्राय है-आंखें प्रत्येक स्थिति से लड़ने के लिए अदम्य साहस प्रदान करती हैं, क्योंकि आँखें हमेशा उसके साथ होती हैं।
Explanation:
1) कवि कहता है कि उसकी पत्नी की आँखें ही आँखें नहीं हैं, वह उसके लिए हाथ है। लेकिन हर स्थिति में आँखें उसके साथ हैं। आँखों ने उसे पकड़ रखा है।
2) उसकी आँखों में अपने पति के लिए कुछ आत्म सम्मान है। उसके लिए उसका मूल्य है।
3) उसकी पत्नी की आँखें उसे विषम परिस्थितियों में सही दिशा दिखाती हैं।
4) उसकी आंखें प्रत्येक स्थिति से लड़ने के लिए अदम्य साहस प्रदान करती हैं, क्योंकि आँखें हमेशा उसके साथ होती हैं।
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