⠀⠀⠀【पत्र लेखन】
किसी एक विषय पर पत्र लिखिए:–
❍ मित्र को बस दुर्घटना में उसके पिता की मृत्यु पर संवेदना पत्र लिखिए।
⠀⠀⠀⠀⠀⠀ या
❍ अपने प्रदेश के शिक्षा मंत्री को पाठ्यक्रम में नैतिक शिक्षा को अनिवार्य विषय के रूप में मान्यता देने हेतु पत्र लिखिए।
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Answers
✬ पत्र ✬
➯ विषय :- मित्र को बस दुर्घटना में उसके पिता की मृत्यु पर संवेदना देने हेतु।
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8/125 , जी.टी.रोड,
डेहरी।
दिनांक : २७ जुलाई २०२०
प्रिय राहुल ,
ㅤㅤकल प्रातः मुझे यह समाचार सुनकर अन्यन्त वेदना और पीड़ा हुई कि तुम्हारे पूज्य पिताजी का कार - दुर्घटना में निधन हो गया। मुझे मेरे पिताजी नें यह सूचना दी , परंतु मेरे लिए तुरन्त इस बात पर भरोसा करना मुश्किल था। पिछले दिनों ही तो मैं और तुम्हारे पिताजी सिनेमाघर में गए थे।वे बहुत खुशमिजाज इंसान और पूर्णतः स्वस्थ थे। मुझे भी वो अपने पुत्र की तरह मानते थे।
मुझे पता है अभी तुम किस हालात में हो , वो घर के सबसे बड़े सदस्य थे । उनके जाने के बाद सभी बहुत कष्ट और संकट में होंगे। अगर तुम्हें किसी भी प्रकार की मदद चाहिए होगी तो हमे अवश्य याद करना।
मैं ईश्वर से प्राथना करता हूँ कि वे पूज्य पिता जी की आत्मा को शान्ति प्रदान करे और सभी परिवार जनों को शक्ति दें।
तुम्हारा मित्र
नरेंद्र ।
Explanation:
-317, प्रताप विहार, विजय नगर,
जिला-गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)
दिनांक : 10.09.2015
सेवा में,
माननीय शिक्षामंत्री जी,
शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश ।
विषय : नैतिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में अनिवार्य विषय बनाने हेतु पत्र ।
महोदय,
आधुनिक युग में विद्यालयों, सरकारी कार्यालयों, व्यापारिक अनुष्ठानों आदि सभी क्षेत्रों में व्याप्त अराजकता, लूट-खसोट, भ्रष्टाचार, अनैतिकता आदि की बात सर्वविदित है । आज देश के लोगों में स्वार्थ लोलुपता व असंतोष की प्रवृत्ति घर कर गई है जिसका प्रमुख कारण है जीवन में नैतिक मूल्यों का अभाव ।
अत: आपसे विनम्र अनुरोध है कि नागरिकों के चारित्रिक उत्थान व जीवन में नैतिक मूल्यों के समावेश के लिए विद्यालयों में नैतिक शिक्षा को अनिवार्यता प्रदान करें । नैतिक शिक्षा को गणित और विज्ञान की भाँति ही अनिवार्य विषय के रूप में पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए । नियमावली इस प्रकार हो कि इस विषय में अनुत्तीर्ण होने पर छात्र को अगली कक्षा में प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए ।
मुझे पूरी उम्मीद है कि मेरे इस सुझाव पर आप गंभीरतापूर्वक विचार करेंगे ।
धन्यवाद सहित,
भवदीय
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