पट्टीय वे अध्यावरणी वृक्कक में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
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hiii
your answer is here !
Explanation:
* पट्टीय वृक्कक (Septal Nephridia)=>
1. ये वृक्कक केंचुए के 15वें खण्ड के बाद स्थित होते हैं।
2. प्रत्येक खण्ड में इनकी संख्या 80 से 20 होती है।
3. इनकी संख्या क्लाइटेलम ज्यादा नहीं होती है एवं इस क्षेत्र को वृक्कक वने नहीं कहते हैं।
4. ये सबसे बड़े वृक्कक होते हैं।
5. ये आंत्रमुखी वृक्कक (Entonephric) होते हैं।
6. इनमें नेफ्रोस्टोम व ग्रीवा उपस्थित होती है।
* अध्यावरणी वृक्कक (Integuinentary Nephridia) =>
1. जबकि ये वृक्कक केंचुए के पहले 6 खण्डों को छोड़कर, शेष सभी खण्डों में स्थित होते हैं।
2. जबकि इनकी संख्या प्रत्येक खण्ड में 200 से 250 होती है।
3. जबकि इनकी संख्या क्लाईटेलम में 200-2500 तक होती है, यह क्षेत्र वृक्कक वन कहलाता है।
4. ये सबसे छोटे वृक्कक होते हैं।
5. जबकि ये बहिर्वक्कीय (Exonephric) होते हैं।
6. जबकि इनमें नेफ्रोस्टोम व ग्रीवा अनुपस्थित होती है।
follow me !
* पट्टीय वृक्कक (Septal Nephridia)=>
1. ये वृक्कक केंचुए के 15वें खण्ड के बाद स्थित होते हैं।
2. प्रत्येक खण्ड में इनकी संख्या 80 से 20 होती है।
3. इनकी संख्या क्लाइटेलम ज्यादा नहीं होती है एवं इस क्षेत्र को वृक्कक वने नहीं कहते हैं।
4. ये सबसे बड़े वृक्कक होते हैं।
5. ये आंत्रमुखी वृक्कक (Entonephric) होते हैं।
6. इनमें नेफ्रोस्टोम व ग्रीवा उपस्थित होती है।
* अध्यावरणी वृक्कक (Integuinentary Nephridia) =>
1. जबकि ये वृक्कक केंचुए के पहले 6 खण्डों को छोड़कर, शेष सभी खण्डों में स्थित होते हैं।
2. जबकि इनकी संख्या प्रत्येक खण्ड में 200 से 250 होती है।
3. जबकि इनकी संख्या क्लाईटेलम में 200-2500 तक होती है, यह क्षेत्र वृक्कक वन कहलाता है।
4. ये सबसे छोटे वृक्कक होते हैं।
5. जबकि ये बहिर्वक्कीय (Exonephric) होते हैं।
6. जबकि इनमें नेफ्रोस्टोम व ग्रीवा अनुपस्थित होती है।