पथ की पहचान कविता के रचयिता कौन हैं
Answers
प्रश्न :- पथ की पहचान कविता के रचयिता कौन हैं ?
उतर :- हरिवंश राय बच्चन ll
व्याख्या :-
'पथ की पहचान' कविता में कवि 'हरिवंश राय बच्चन' ने कहा है कि, हमारे जीवन-पथ की कहानी पुस्तकों में नहीं लिखी होती है, वह तो हमें स्वयं ही बनानी पड़ती है, दूसरे लोगों के कथन के अनुसार भी हम अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित नहीं कर सकते । इसका निर्धारण हमें स्वयं ही करना पड़ेगा ।
इस संसार में अनेक लोग पैदा हुए और मर गये । उन सबकी गणना नहीं की जा सकती, परन्तु कुछ ऐसे कर्मवीर भी यहाँ जन्मे हैं जिनके पदचिह्न मौन भाषा में उनके महान् कार्यों का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हैं । अतः हे राहगीर, उनसे प्रेरणा ग्रहण कर अपना मार्ग निश्चित कर ले और तब उस पर चलना शुरू कर ।
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¿ पथ की पहचान कविता के रचयिता कौन हैं ?
➲ हरिवंश राय बच्चन
✎... ‘पथ की पहचान’ कविता के रचयिता के नाम ‘हरिवंश राय बच्चन’ हैं।
इस कविता के माध्यम से कवि ने यह प्रेरणा दी है कि मनुष्य को अपने पथ की पहचान स्वयं करनी चाहिए। मनुष्य को अपने जीवन के मार्ग में जो भी अनुभव प्राप्त होते हैं, वही उसके काम आते हैं। अपने जीवन के लक्ष्य का निर्धारण और अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए चुने गए मार्ग का निर्धारण किसी किताब आदि को पढ़कर नहीं किया जा सकता, उसके लिए जीवन के अनुभव जरूरी हैं जीवन के जो व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होते हैं वही हमें जीवन में आगे बढ़ने में काम आते हैं।
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