Hindi, asked by ap9455932177, 8 months ago

पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए कलमें लगाना जानते हो

तो जरूर लगाओ,

मगर ऐसे कि फलों में अपनी मिट्टी का स्वाद रहे

और यह बात याद रहे

कि परंपरा चीनी नहीं, मधु है वह न तो हिन्दू है, न मुस्लिम है,

न द्रविड़ है, न आर्य है, न परंपरा का हर प्रहरी

पुरी का शंकराचार्य है।

i) 'कलमें लगाने का क्या तात्पर्य है क) पेड़ की कलम लगाना

ख) लिखने के लिए कलम खरीदना

ग) नवीन और प्राचीन संस्कृतियों को मिलाकर नई संस्कृति विकसित करना ii) चीनी और मधु में अंतर का अर्थ है

क) मशीनीकरण का विरोध और मानवीय श्रम का सम्मान ख) परंपराओं में विरोध

ग) कवि मधु के समान अपनी परंपराओं को विकसित होते देखना चाहता है।

iii) कवि किस बात पर बल दे रहा है? क) सब कुछ भूल जाने पर

ख) नवीनता के प्रभाव में प्राचीनता का मूल्य नष्ट न हो

ग) नवीन परंपरा को ही अपनाने को कह रहा है। iv) परंपरा की अपनी कोई जाति क्यों नहीं है क) क्योंकि यह जाति में विश्वास करती है।

ख) जाति का सम्बन्ध परंपरा से है। ग) परंपरा की कोई जाति नहीं है बल्कि यह जाति, धर्म से अलग सम्पूर्ण देश में फैली है।

v) काव्यांश का उचित शीर्षक है क) पुरी का शंकराचार्य ख) हमारी परंपरा के प्रहरी हम

ग) हमारी संस्कृति

घ) उपर्युक्त सभी​

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Answered by Mahendran24
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Answer:

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Explanation:

don't know hindi bro

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