पढ़ोगे तो बढ़ोगे विषय पर 25 से 30 शब्दों में अपने विचार लिखिए .
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निरंतर पढ़ते रहने से हमारे व्यक्तित्व का निरंतर विकास चलता रहता है. मानव मस्तिष्क निरंतर काम करने वाली मशीन है जिसे हमेशा जानकारी, ज्ञान चाहिए होता है. पढ़ते रहने से हमारे दिमाग का पोषण होता है और दिमाग नकारात्मक सोच व चिंताओं से दूर रहता है. लगातार ज्ञान अर्जित करना बहुत आवश्यक है. पढ़ने से हमारे ज्ञान की नींव मजबूत होती है.
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पढ़ोगे तो बढ़ोगे
- शिक्षा एक व्यक्ति की सफलता के लिए प्रमुख घटकों में से एक है । यह सही दिशा में एक जीवन को आकार देने की क्षमता रखता है ।
- शिक्षा ज्ञान प्रदान करने या प्राप्त करने, तर्क और निर्णय की शक्तियों का विकास करने की एक प्रक्रिया है । यह अपने आप को या दूसरों को बौद्धिक रूप से परिपक्व जीवन के लिए तैयार करता है । इससे न केवल लोगों की निजी जिंदगी में सुधार होता है बल्कि उनके समुदाय में भी सुधार होता है।
- जीवन में शिक्षा का महत्व अपार है। यह जीवन भर लोगों को गुणवत्ता सीखने की सुविधा देता है। यह ज्ञान, विश्वास, कौशल, मूल्यों और नैतिक आदतों को जागृत करता है। यह जीने के तरीके में सुधार करता है और व्यक्तियों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बढ़ाता है ।
- शिक्षा जीवन को बेहतर और शांतिपूर्ण बनाती है। यह व्यक्तियों के व्यक्तित्व को बदल देता है और उनमें आत्मविश्वास पैदा कराता है।
अतः 'पढ़ोगे तो बढ़ोगे' l
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