पढ़ाई में तेज़ होने पर भी कक्षा में दो बार फेल हो जाने पर टोपी के साथ घर पर या विद्यालय में जो व्यवहार हुआ उस पर माननीव-मूल्यों की दृष्टि से टिप्पणी कीजिए।
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पढ़ाई में तेज़ होने पर भी कक्षा में दो बार फेल हो जाने पर टोपी के साथ घर पर या विद्यालय में उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं हुआ | किसी ने भी उसका कोई साथ नहीं दिया | टोपी से किसी ने पूछा नहीं उसे क्या मुसीबत है , सब ने उसका ही मज़ाक उड़ाया|
टोपी पढ़ाई में अच्छा था फिर भी वो एक ही क्लास में दो बार फेल हो गया। इससे उसे कई भावनात्मक चुनौतियों और शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। अध्यापकों के लिए वह हंसी का पात्र बन गया, उसे कमजोर लड़के के रूप में देखा जाता था। बच्चे उसका मजाक उड़ाते थे। मास्टर भी उससे कोई उत्तर नहीं पूछते थे। घर पर भी उससे कोई प्यार नहीं करता था , उसे सब नालायक बोलने लग गए की वह पहले अच्छा था अब उसे हवा लग गई|
फेल होने के कारण उसका कोई मित्र उससे बात नहीं करता था | सब उससे दूर भागते थे| मास्टर उसकी किसी भी बात पर ध्यान नहीं देते थे। शर्म की वजह से वह किसी से खुलकर बात भी नहीं कर पाता था फिर भी उसने इन चुनौतियों को स्वीकार कर सफलता प्राप्त की।
ऐसे में टोपी को सब का साथ देना चाहिए था और उसे हिम्मत देनी चाहिए थे|